भारत के प्रधानमन्त्री (Prime Ministers of India)
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- Jul 5, 2021
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Updated: Jul 16, 2021
1. जवाहरलाल नेहरू
जन्म- नवंबर 14,1889
मृत्यु- मई 27,1964 कार्यकाल- अगस्त 15, 1947 से मई 27, 1964
जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री थे और स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात् की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। उनका जन्म 14 नवम्बर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। महात्मा गांधी के संरक्षण में वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे और उन्होंने 1947 में भारत के एक स्वतन्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापना से लेकर 1964 तक अपने निधन तक भारत की बागडोर संभाली। वे आधुनिक भारतीय राष्ट्र– एक सम्प्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, और लोकतान्त्रिक गणतन्त्र के वास्तुकार माने जाते हैं। कश्मीरी पण्डित समुदाय के साथ उनके मूल की वजह से वे पण्डित नेहरू भी बुलाए जाते है, जबकि भारतीय बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं।
* गुलजारी लाल नंदा (कार्यवाहक)
जन्म- जुलाई 4,1898
मृत्यु- जनवरी 15, 1997 कार्यकाल- मई 27, 1964 से जून 9, 1964
गुलजारीलाल नन्दा का जन्म सियालकोट, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। वे 1964 में प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु के पश्चात् भारत के प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित गुलज़ारी लाल नंदा प्रथम बार पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 1964 में कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाए गए । दूसरी बार लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद 1966 में वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। इनका कार्यकाल दोनों बार उसी समय तक सीमित रहा जब तक की कांग्रेस पार्टी ने अपने नए नेता का चयन नहीं कर लिया।
2. लाल बहादुर शास्त्री
जन्म- अक्टूबर 2,1904
मृत्यु- जनवरी 11, 1966 कार्यकाल- जून 09, 1964 से जनवरी 11, 1966
लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। इनका जन्म 2 अक्टूबर को मुगलसराय में हुआ था।उनकी साफ सुथरी छवि के कारण ही उन्हें 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया।शास्त्री जी का शासनकाल बेहद कठिन रहा। उनके शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध हुआ जिसमे उन्होंने राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी।
* गुलजारी लाल नंदा (कार्यवाहक)
जन्म- जुलाई 4, 1898
मृत्यु- जनवरी 15, 1997
कार्यकाल- जनवरी 11, 1966 से जनवरी 24, 1966
दूसरी बार लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद 1966 में गुलजारी लाल नंदा कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। इनका कार्यकाल उसी समय तक सीमित रहा जब तक की कांग्रेस पार्टी ने अपने नए नेता का चयन नहीं कर लिया।
3. इंदिरा गांधी
जन्म- नवंबर 19,1917
मृत्यु– अक्टूबर 31, 1984 कार्यकाल- जनवरी 24, 1966 से मार्च 24, 1977
इन्दिरा का जन्म 19 नवंबर, सन् 1917 में पंडित जवाहरलाल नेहरू और उनकी पत्नी कमला नेहरू के यहाँ हुआ। वे उनकी एकमात्र संतान थीं। वह भारत की प्रथम व एक मात्र महिला प्रधानमंत्री बनी। उनके शासनकाल में भारत ने 1971 में पाकिस्तान को शिकस्त दी। उनका शासनकाल आपातकाल व पोखरण परमाणु परीक्षण के लिए भी जाना जाता है।
4. मोरारजी देसाई
जन्म– फ़रवरी 29,1896
मृत्यु– अप्रैल 10,1995 कार्यकाल- मार्च 24, 1977 से जुलाई 28, 1979
मोरारजी देसाई भारत के स्वाधीनता सेनानी, राजनेता और देश के चौथे प्रधानमंत्री थे। वह प्रथम प्रधानमंत्री थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बजाय अन्य दल जनता दल से थे। वही एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया है।
5. चरण सिंह
जन्म- दिसंबर 23, 1902
मृत्यु- मई 29,1987 कार्यकाल- जुलाई 28, 1979 से जनवरी 14, 1980
चरण सिंह का जन्म एक जाट परिवार मे हुआ था। स्वाधीनता के समय उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। वे किसानों के नेता माने जाते रहे हैं। उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल के पद का सृजन भी किया। किसानों के हित में उन्होंने 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। वे 3 अप्रैल 1967 को प्रथम बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 17 फ़रवरी 1970 को वे दोबारा मुख्यमंत्री बने । वे केन्द्र सरकार में गृहमंत्री भी रहे और मंडल और अल्पसंख्यक आयोग की स्थापना की। 1979 में वित्त मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड की स्थापना की। 28 जुलाई 1979 को चौधरी चरण सिंह समाजवादी पार्टियों तथा कांग्रेस (यू) के सहयोग से प्रधानमंत्री बने।
* इंदिरा गांधी
जन्म- नवंबर 19,1917
मृत्यु– अक्टूबर 31, 1984 कार्यकाल- जनवरी 24, 1966 से मार्च 24, 1977
इन्दिरा का जन्म 19 नवंबर, सन् 1917 में पंडित जवाहरलाल नेहरू और उनकी पत्नी कमला नेहरू के यहाँ हुआ। वे उनकी एकमात्र संतान थीं। वह भारत की प्रथम व एक मात्र महिला प्रधानमंत्री बनी। उनके शासनकाल में भारत ने 1971 में पाकिस्तान को शिकस्त दी। उनका शासनकाल आपातकाल व पोखरण परमाणु परीक्षण के लिए भी जाना जाता है।
6. राजीव गांधी
जन्म- अगस्त 20,1944
मृत्यु- मई, 21,1991
कार्यकाल-अक्टूबर 31, 1984 से दिसंबर 01, 1989
राजीव गांधी की राजनीति में कोई रूचि नहीं थी और वो एक एयरलाइन पाइलट की नौकरी करते थे। परन्तु 1980 में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक हवाई जहाज दुर्घटना में असामयिक मृत्यु के बाद माता श्रीमती इन्दिरा गाँधी जी को सहयोग देने के लिए सन् 1981 में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश लिया। वो अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बने और प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद भारत के प्रधानमन्त्री बने और अगले आम चुनावों में सबसे अधिक बहुमत पाकर प्रधानमन्त्री बने रहे। राजीव गांधी भारत में सूचना क्रान्ति के जनक माने जाते हैं। देश के कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रान्ति का श्रेय उन्हें जाता है। स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन दिलवाने का काम उन्होंने किया । मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिलवाया।
7. विश्वनाथ प्रताप सिंह
जन्म- जून 25, 1931
मृत्यु- नवंबर 27, 2008
कार्यकाल- दिसंबर 02,1989 से नवंबर 10,1990
विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत गणराज्य के आठवें प्रधानमंत्री थे। उनका शासन एक साल से कम चला। राजीव गांधी सरकार के पतन के कारण प्रधानमंत्री बने विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत की पिछड़ी जातियों में सुधार करने की कोशिश के लिए जाने जाते हैं। विश्वनाथ प्रताप सिंह ने विद्याचरण शुक्ल, रामधन तथा सतपाल मलिक और अन्य असंतुष्ट कांग्रेसियों के साथ मिलकर 2 अक्टूबर 1987 को अपना एक पृथक मोर्चा गठित कर लिया। इस मोर्चे में भारतीय जनता पार्टी भी सम्मिलित हो गई। वामदलों ने भी मोर्चे को समर्थन देने की घोषणा कर दी। इस प्रकार सात दलों के मोर्चे का निर्माण 6 अगस्त 1988 को हुआ और 11 अक्टूबर 1988 को राष्ट्रीय मोर्चा का विधिवत गठन कर लिया गया। 1989 का लोकसभा चुनाव पूर्ण हुआ । कांग्रेस को भारी क्षति उठानी पड़ी। विश्वनाथ प्रताप सिंह की प्रधानमंत्री पद पर ताजपोशी हुई । व्यक्तिगत तौर पर विश्वनाथ प्रताप सिंह बेहद निर्मल स्वभाव के थे और प्रधानमंत्री के रूप में उनकी छवि एक मजबूत और सामाजिक राजनैतिक दूरदर्शी व्यक्ति की थी।
8. चंद्रशेखर
जन्म- अप्रैल 17, 1927
मृत्यु- जुलाई 8, 2007
कार्यकाल- नवंबर 10, 1990 से जून 21, 1991
चंद्रशेखर का जन्मपूर्वी उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी के एक कृषक परिवार में हुआ था । उन्हें विद्यार्थी राजनीति में एक "फायरब्रान्ड" के नाम से जाना जाता था । सन 1977 मे जब जनता पार्टी की सरकार बनी तो उन्होने मंत्री पद न लेकर जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद लिया था। सन 1977 मे ही वो बलिया जिले से पहली बार लोकसभा के सांसद बने । उन्होंने पहले के नेता विश्वनाथ प्रताप सिंह के राजीनामे के बाद जनता दल से कुछ नेता लेकर समाजवादी जनता पार्टी की स्थापना की । कांग्रेस के उनकी सरकार को सहयोग नकारने के बाद उन्होंने 60 सांसद के समर्थन के साथ इस्तीफे की घोषणा कर दी । वो बलिया जिले से 8 बार लोकसभा के सांसद बने ।
9. पी. वी. नरसिम्हा राव
जन्म- जून 28,1921
मृत्यु- दिसंबर 23, 2004
कार्यकाल- जून 21, 1991 से मई 16, 1996
पी. वी. नरसिम्हा राव जी का जन्म आंध्र प्रदेश के करीमनगर में हुआ था । राव के प्रधानमंत्री बनने में भाग्य का बहुत बड़ा हाथ रहा है । 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या हो गई थी । ऐसे में सहानुभूति की लहर के कारण कांग्रेस को निश्चय ही लाभ प्राप्त हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं प्राप्त हुआ लेकिन वह सबसे बड़े दल के रूप में उभरी । कांग्रेस ने 232 सीटों पर विजय प्राप्त की थी । नरसिम्हा राव को कांग्रेस संसदीय दल का नेतृत्व प्रदान किया गया । ऐसे में उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया । सरकार अल्पमत में थी, लेकिन कांग्रेस ने बहुमत साबित करने के लायक़ सांसद जुटा लिए और कांग्रेस सरकार ने पाँच वर्ष का अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण किया । पीवी नरसिंह राव ने देश की कमान काफी मुश्किल समय में संभाली थी। उस समय भारत का विदेशी मुद्रा भंडार चिंताजनक स्तर तक कम हो गया था और देश का सोना तक गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने रिजर्व बैंक के अनुभवी गवर्नर डॉ. मनमोहन सिंह को वित्तमंत्री बनाकर देश को आर्थिक भंवर से बाहर निकाला।
10. अटल बिहारी वाजपेयी
जन्म- 25 दिसंबर 1924
मृत्यु- अगस्त 16, 2018
कार्यकाल- मई 16, 1996 से जून 01, 1996
अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वह भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वालों में से एक थे, सन् 1968 से 1973 तक वह उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे । सन् 1952 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, परन्तु सफलता नहीं मिली। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सन् 1957 में बलरामपुर, जिला गोण्डा, उत्तर प्रदेश से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में विजयी होकर लोकसभा में पहुँचे । सन् 1957 से 1977 तक जनता पार्टी की स्थापना तक वे बीस वर्ष तक लगातार जनसंघ के संसदीय दल के नेता रहे । मोरारजी देसाई की सरकार में सन् 1977 से 1979 तक विदेश मन्त्री रहे और विदेशों में भारत की छवि बनायी । 1980 में जनता पार्टी से असन्तुष्ट होकर इन्होंने जनता पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी की स्थापना में मदद की । 6 अप्रैल 1980 में बनी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद का दायित्व भी वाजपेयी को सौंपा गया । उनके नेतृत्व में १३ दलों की गठबन्धन सरकार ने पाँच वर्षों में देश के अन्दर प्रगति के अनेक आयाम छुए।
11. एच. डी. देवेगौड़ा
जन्म- मई 18,1933
मृत्यु– जीवित
कार्यकाल- जून 01,1996 से अप्रैल 21,1997
एच. डी. देवेगौड़ा का जन्म कर्नाटक में हसन के एक गांव में हुआ था । गौड़ा 1953 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और 1962 तक एक सदस्य बने रहे । उन्होंने 1983 से 1988 तक रामकृष्ण हेगड़े की अध्यक्षता में कर्नाटक की जनता पार्टी सरकार में मंत्री के रूप में सेवा की। वह 1994 में जनता दल की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने । उन्होंने दिसंबर 1994 में कर्नाटक के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। 1996 के आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी निर्णायक रूप से हार गई लेकिन कोई अन्य पार्टी सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीत पाई। जब संयुक्त मोर्चा ने कांग्रेस के समर्थन से केंद्र में सरकार बनाने का फैसला किया, तब देवगौड़ा को अप्रत्याशित रूप से सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया और वह भारत के 11वें प्रधान मंत्री बने । इसके अलावा, वह संयुक्त मोर्चा की नीतिगत सत्ता के सभी घटकों की नीति बनाने वाली सर्वोच्च संस्था संचालन समिति के अध्यक्ष थे।
12. इंद्रकुमार गुजराल
जन्म- दिसम्बर 4,1933
मृत्यु- नवम्बर 30, 2012 कार्यकाल- अप्रैल 21, 1997 से मार्च 18, 1998
इन्द्र कुमार गुजराल का जन्म झेलम में हुआ। उन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान वे जेल भी गये। अप्रैल 1997 में भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में विभिन्न पदों पर काम किया। वे संचार मन्त्री, संसदीय कार्य मन्त्री, सूचना प्रसारण मन्त्री, विदेश मन्त्री और आवास मन्त्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। राजनीति में आने से पहले उन्होंने कुछ समय तक बीबीसी की हिन्दी सेवा में एक पत्रकार के रूप में भी काम किया था।
* अटल बिहारी वाजपेयी
जन्म- 25 दिसंबर 1924
मृत्यु- अगस्त 16, 2018
कार्यकाल- मार्च 19, 1998 से मई 22, 2004
अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वह भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वालों में से एक थे, सन् 1968 से 1973 तक वह उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे । सन् 1952 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, परन्तु सफलता नहीं मिली। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सन् 1957 में बलरामपुर, जिला गोण्डा, उत्तर प्रदेश से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में विजयी होकर लोकसभा में पहुँचे।
13. डॉ. मनमोहन सिंह
जन्म- सितम्बर 26,1932
मृत्यु– जीवित कार्यकाल- मई 22, 2004 से मई 26, 2014
मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में हुआ था। देश के विभाजन के बाद सिंह का परिवार भारत चला आया । उनकी पुस्तक इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ भारत की अन्तर्मुखी व्यापार नीति की पहली और सटीक आलोचना मानी जाती है । डॉ॰ सिंह ने अर्थशास्त्र के अध्यापक के तौर पर काफी ख्याति अर्जित की । वे संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन सचिवालय में सलाहकार भी रहे और 1978 तथा 1990 में जेनेवा में साउथ कमीशन में सचिव भी रहे। 1971 में डॉ॰ सिंह भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मन्त्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किये गये। इसके तुरन्त बाद 1972 में उन्हें वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया। इसके बाद के वर्षों में वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष, रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। भारत के आर्थिक इतिहास में हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब डॉ॰ सिंह 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मन्त्री रहे। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का प्रणेता माना गया है।
14. नरेन्द्र मोदी
जन्म- सितम्बर 17,1950
मृत्यु– जीवित कार्यकाल- मई 26, 2014 से वर्तमान तक
नरेन्द्र मोदी का जन्म तत्कालीन बॉम्बे राज्य के महेसाना जिला स्थित वडनगर ग्राम में हुआ था । वे भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य हैं। वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे । उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है।
भारत के प्रधानमन्त्री
(Prime Ministers of India)
1. जवाहरलाल नेहरू
* गुलजारी लाल नंदा (कार्यवाहक)
2. लाल बहादुर शास्त्री
3. इंदिरा गांधी
4. मोरारजी देसाई
5. चरण सिंह
6. राजीव गांधी
7. विश्वनाथ प्रताप सिंह
8. चंद्रशेखर
9. पी. वी. नरसिम्हा राव
10. अटल बिहारी वाजपेयी
11. एच. डी. देवेगौड़ा
12. इंद्रकुमार गुजराल
13. डॉ. मनमोहन सिंह
14. नरेन्द्र मोदी
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